1. डिफरेंस बिटवीन एनल सेक्स एंड वजाइनल
सेक्स यह बिल्कुल ऐसे ही है जैसे बचपन मे
हम बोलते थे कि इसमें और इसमें क्या अंतर
है और इसमें से इसमें से क्या बेहतर है तो
आज मैं बताने वाली हूं कि इन दोनों में से
क्या बेहतर है नॉर्मल सेक्स वर्सेस एनल
सेक्स और अगर आप यह दोनों ट्राई करते हैं
या करना चाहते हैं या ऐसी फैंटेसी रखते
हैं एक कि है दूसरे के बारे में जानना
चाहते हैं क्या सही क्या गलत चलिए बात
सबसे पहले मैं बात करूंगी एनल वर्सेस
वजाइनल के सबसे बड़े बेनिफिट के बारे में
जब हम बात करते हैं वजाइनल सेक्स तो यह एक
नेचुरल सेक्स का तरीका है जिसमें फीमेल की
2. जो बॉडी है या फीमेल का जो वजना है वो
ऑटोमेटिक लुब्रिकेशन प्रोड्यूस करता है
लुब्रिकेशन का मतलब है कि थोड़ा सा नीचे
पानी या गीलापन या फिर लुब्रिकेशन ताकि
इंस सशन में किसी भी तरीके की प्रॉब्लम ना
हो रबिंग बहुत आसान हो मेल पेनिस
डेफिनेटली प्रीकम प्रोड्यूस करता है जिसकी
वजह से थोड़ा सा लुब्रिकेशन अच्छा रहता है
लेकिन अगर आप एनल कर रहे हैं तो ऐसे में
लुब्रिकेशन नहीं होगा मोर ओवर एनल की
वॉल्स बहुत ज्यादा वीक होती हैं और बहुत
सॉफ्ट होती हैं जो कि सेक्स के लिए नहीं
बनी है तो वहां पे घर्षण ज्यादा होने की
वजह से प्रॉब्लम्स होने के चांसेस बढ़
जाते हैं तो अगर आप नॉर्मल लुब्रिकेशन की
और अच्छी तरह करने की बात कर रहे हैं तो
वजाइनल इज गुड लेकिन अगर आप चाहते हैं कि
मैं आर्टिफिशियल लब्स यूज करके करना चाहता
हूं यू कैन गो फॉर इट फिर मैं बात करूंगी
पेन की तो ओबवियसली वजाइनल सेक्स में पेन
के लेवल्स थोड़े कम हैं एज कंपेयर टू एनल
3. सेक्स एनल सेक्स में अ ओबवियसली क्योंकि
वहां की जो वॉल्स है वो बहुत ज्यादा नैर
होती हैं जिसकी वजह से अ पेनिट्रेशन
इनिशियली बहुत ज्यादा डिफिकल्ट हो जाता है
मोरओवर वहां पे किसी भी तरीके का अ
कंट्रक्शन रिलैक्सेशन नहीं है वो वन फ्लो
है तो अगर वहां पे कंट्रक्शन रिलैक्सेशंस
नहीं होंगी तो वह बहुत ज्यादा खींचें नहीं
वह बढ़ेंगी नहीं ज वजाइनल सेक्स में आपको
कोई कुछ भी चीज इंसर्ट करते हैं तो वजना
शेप ले लेता है उसका लेकिन एनालसेक्स ऐसा
नहीं लेता जिसकी वजह से काफी दिनों तक पेन
और दर्द रह सकता है इसके अलावा वजाइनल
सेक्स के बाद थोड़ी-थोड़ी सी
कॉम्प्लिकेशंस आ क्योंकि वो प्रेगनेंसी
में कन्वर्ट हो जाती है जबकि आनल सेक्स
में प्रेगनेंसी के चांसेस ना के बराबर है
और यह भी बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि
वजाइनल सेक्स में आपको डर्टी नेस का खतरा
नहीं रहता कुछ गंदा नहीं होता एंड
एवरीथिंग इट्स नॉर्मल जबकि एनल सेक्स में
बहुत ज्यादा क्योंकि ओबवियसली एक ऐसा
मार्ग है जहां से आप अपनी बॉडी का वेस्ट
बॉडी से बाहर निकालते हैं तो अगर आपका
बाबल क्लीन नहीं है या आप अभी आपको लग रहा
है कि अभी मैं वॉशरूम से होकर नहीं आई हूं
तो ये सेक्स काफी डर्टी और मेसी भी हो
सकता है साथ-साथ एनल सेक्स आप कभी भी
ट्राई कर सकते हैं मतलब उसके लिए से कोई
4. प्रिकॉशंस लेने की जरूरत नहीं है लेकिन
वजाइनल सेक्स करने के लिए आपको पीरियड्स
के डेज या प्रेगनेंसी
या फिर किसी तरह की कोई कॉम्प्लिकेशन चल
रही है ऐसे में इसको करना अवॉइड होता है
तो ध्यान रखना है आपने इसको बैलेंस करके
करना है मैं हमेशा प्रेफर करती हूं कि अगर
आप दोनों ट्राई करना चाहते हैं तो इनको एक
ही सेक्स में मिक्स एंड मैच कीजिए कोई
पर्टिकुलर से डेट्स नहीं रखिए कि एनल कर
रहे हैं तो महीना एनल कर रहे हैं और ओरल
कर रहे हैं तो वही करते जा रहे हैं