सुबह की धूप के चमत्कारिक फायदे | Sun Charge Your Body in 2 Steps
जाता है कि सूर्य की रोशनी से पौधे होते
हैं पेड़ बड़े होते हैं और यह पौधों के
लिए कितनी जरूरी है लेकिन यह नहीं सिखाया
जाता कि सूर्य की रोशनी हमारे शरीर के लिए
भी उतनी ही जरूरी है जितनी पेड़ों के लिए
1.सूर्य की रोशनी में जीवन देने वाले शक्ति
होती है 24 रोशनी की एक किरण धरती पर
पड़ती है तो वह फूल खिलने लगते हैं फलों
ने लगते हैं और पौधे पेड़ों में बदल जाते
मात्रा में सही तरीके से लेने लगे तो वहीं
शक्ति हमारे शरीर में ट्रांसफर होती है और
हमारे टिशु एयरसेल का इलाज करने के लिए
यूज होती है इस वीडियो में हम सूर्य की
रोशनी को लेने का तरीका सीखेंगे जिससे कि
बहुत सारी बीमारियां सर्वाइकल जोड़ों का
दर्द हायर ऑयल डायबिटीज हाई ब्लड प्रेशर
स्किन प्रॉब्लम कुछ ही महीनों में चर्च से
ठीक हो जाती हैं
मैं सिर्फ बल्कि बॉडी ही नहीं सूर्य हमें
द्वारा सीधा ब्रेन तक पहुंचती है हमारी
अरे मिक्सड थे गिफ्ट्स प्रेम Windows
प्लेन जब रोशनी प्रेम तक पहुंचती है तो
पेट इसको हम संगे सिंह कहते हैं और इससे
बड़ी बड़ी बीमारियां टेंशन और डिप्रेशन
इनसोम्निया माइग्रेन है देख शर्ट से ठीक
हो जाती है जो कम महंगी महंगी दवाइयां और
सप्लिमेंट नहीं कर पाते वह आपकी सूर्य की
रोशनी कर देती है इस वीडियो में हम
सीखेंगे कि संगे इन क्विक कैसे करते हैं
और इससे आपको क्या फायदे होते हैं देखिए
कुछ ना कुछ लगाना पड़ता है कुछ पैसा खर्च
करना पड़ता है लेकिन सूर्य एक के
जीरो कॉस्ट ट्रीटमेंट सभी के लिए अवेलेबल
है और सबसे ज्यादा पावरफुल है प्रकृति ने
के लिए बनाया ही नहीं सनलाइट प्रॉब्लम्स l
लेकिन आजकल क्या हो रहा है हमें इन दो
जनरेशन बन चुके हैं हम बंद कमरों में अपनी
जिंदगी बिताने लगे हैं और अब हमें धूप
नहीं मिल रहे तो शरीर में बहुत सारी चीजें
कर रहे हैं हमारी हड्डियां कमजोर हो रहे
हैं और बीमारियां जैसे कॉस्ट प्रोसेस
दर्द जो पहले से बुढ़ापे में जाकर होते थे
वॉच कल कि बच्चों में भी हो रहे हैं कि
हमें कभी सिखाया ही नहीं गया कि सूर्य की
लिए कितनी जरूरी है सिर्फ हड्डियों की
रोशनी हमारी मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत
2.जरूरी है यह रोशनी हमें खुश रखती है कि आप
जानते हैं कि दिमाग जैसे देश
आज रात सर्दियों में दोपहर तीन बजे अंधेरा
लगातार सूर्य नहीं आता वह बहुत लोग
रोशनी कम होती है वैसे-वैसे उदासी बढ़ती
जाती है यह तो सूर्य से ना मिलने पर
क्या असर पड़ता है हमारे बच्चों पर सूर्य
से दूर होने के कारण बच्चों की सीखने पर
नई-नई बीमारियां जो सिर्फ आधे अटेंशन
है बच्चे इंप्रेशन हो गए हैं और उनका
हमारे शरीर की बायोलॉजिकल नींद है इसके ना
मिलने के कारण हमारे सारे बॉडी पार्ट जिसे
तरीके सिर्फ फंक्शन करना बंद कर देते हैं
कि अरे में डाइबिटीज़ पीसीओडी hormonal
imbalance थाइरॉएड हाई ब्लड प्रेशर जैसी
बीमारियां हो जाती हैं अब इसका सलूशन बहुत
प्रकृति से वापस चुना है हमें एक इनडोर
3.सूर्य को अपनी जिंदगी में वापस लाना है
से करते आ रहे हैं हमारे पूर्वज सूर्य को
स्वास्थ्य है और सुख के देवता के रूप में
के लगाया जाता था सूर्य देव को
सूर्यनारायण भी बोला जाता है और ऋग्वेद
में कहा है कि सूर्य कोई भी बीमारी खत्म
कर सकते हैं इतना ही नहीं हर योगा की
शुरुआत सूर्य नमस्कार से होती है जो मिनी
में वॉल्व वन के दौरान सूर्य की रोशनी का
उपयोग युद्ध के घावों को ठीक करने के लिए
किया जाता था जब सैनिकों को बंदूक की गोली
लग जाती थी तो डॉक्टर घाव पर डिवाइस लगाने
देते थे सूर्य का उपयोग कीटाणुओं से बचाने
के लिए नेचुरल एंटीसेप्टिक के रूप में
किया जाना था ग्रीस में शीघ्र पर करें
जाती थी पहले सूर्य का उपयोग और शक्ति के
रूप में करना
कि पूरे यूरोप में ₹3000 सैनिक मौजूद थे
पेशेंट स्पेशली बच्चों को उनके अधिकतर समय
के लिए संत बेड पर लिटाया जाता था और उनकी
सारी बीमारियां जैसे सिगरेट अल्सर इन
यात्रा पूरी तरह ठीक हो जाती थी इटली में
सनलाइट हॉस्पिटल रूम बनाए गए जिन पेशंस को
सूर्य की रोशनी वाले कमरों में रखा जाता
था वह बहुत जल्दी ठीक हो जाते थे उन पेशंस
दुनिया भर में सूर्य की रोशनी का उपयोग
औषधि के रूप में किया था कुछ सनलाइट इस
Lifestyle मेडिसिन आप इसके बारे में टीवी
मेडिसिन के बारे में आपको बताने में किसी
का प्रॉफिट नहीं है और इसलिए उसको मेडिकल
ट्रेनिंग का हिस्सा नहीं बनाया जाता लेकिन
अगर हम इसे लेना सीख जाएं तो यह किसी भी
दवा से ज्यादा इफेक्टिव है तो आइए जाने
कैसे सूर्य की रोशनी लेनी है इस वीडियो
में हम इसे लेने के दो शक्तिशाली तरीके
लिखेंगे पहली चीज तो आपको शुरू करनी है वह
सूर्य स्नान यानी साल के दिन मतलब हर रोज
करीब 30 मिनट के लिए अपने पूरे शरीर को
सूर्य की रोशनी दिखाना देखिए रोज गर्म
पानी से स्नान करते हैं वह सिर्फ एक
शरीर को साफ करता है लेकिन सूर्य की रोशनी
आपके अंदर के शरीर को साफ करती है जब
हमारी रसोई में गेहूं या चावल पर कीड़े लग
जाते हैं तो हम क्या करते हैं हम उन्हें
सूजन में रख देते हैं सूर्य में रखने से
वह शुद्ध हो जाते हैं क्योंकि सूर्य की
रोशनी एक नेचुरल डिसइनफेक्टेंट है
एंटीसेप्टिक है जब सूर्य की रोशनी हमारे
अंगों के अंदर तक पहुंचती है तो वहां से
खराब के तारों बैक्टीरिया मॉल वायरस फंगस
अंदर का शरीर साफ होता है दूसरा सुरेश
तांतेड़ हमारे खून खतौरा यानी ब्लड
सर्कुलेशन बढ़ता है
चेहरे की रोशनी आपकी स्किन पर पड़ती है तो
आपकी स्किन थोड़ा गर्म महसूस करती है उस
समय रोशनी आपकी स्किन के अंदर जाकर आखिर
आर्टरीज में चल रहे खून तक पहुंचती है और
खून का दौरा बढ़ाती है जो खून पहले
बिल्कुल गंदा और गाढ़ा हो गया था उसे
मुश्किल में लाती है जब खून का दौरा बढ़ता
है तो ऑटोमेटिकली अंदर समेट टॉक्सिन जब
गंदगी का द्वारा भी बढ़ जाता है अंदर हम
एक स्लॉट अपनी जगह छोड़ने लगते हैं और बाद
में यूरिन के थ्रू शरीर से बाहर निकल जाते
हैं सूर्य स्नान के बाद अक्सर लोगों का
यूरिन पहले से ज्यादा पीला हो जाता है यह
शरीर में से ज्यादा गंदगी निकालने की
हो उसमें कोई बीमारी हो ही नहीं सकती हैं
कि सूरजभान हमारी स्किन के लिए भी बहुत
जरूरी है सूरज स्थान से हमारी स्किन साफ
रहती है हमारी त्वचा में हजारों छोटे-छोटे
पोर्स होते हैं जब यह पॉज बंद हो जाते हैं
तो अंदर से गंदगी बाहर नहीं निकल पाती
अंदर ही जमने लगती है और बहुत सारी
बीमारियों को जन्म देती है जब हम इन
पॉइंट्स को सूर्य की हल्की गर्मी देते हैं
तो यह पोस्ट खुल जाते हैं और अंदर जमी
यानि संडे को 16 घंटे उपवास एनिमा ठंडी
पट्टी और सही डाइट जिसकी बात हमने पिछली
वीडियोस में कि इन सब चीजों के साथ जोड़कर
करें तो सारे स्किन डिसीस कुछ ही महीनों
में जड़ से ठीक हो जाएंगे चाहे वह
मिलावट है पानी में मिलावट है खाने में
मिलावट है हवा में मिलावट है लेकिन सूर्य
की रोशनी अभी भी एक ऐसा सोर्स आफ एनर्जी
होता है तो आइए सूरजताल करने की सही विधि
लेट जाना है सूरजताल कहां करें कोई ऐसी
जगह जहां सूर्य की रोशनी आप तक सीधा-सीधा
पहुंचने बाइकिनी मिरांडा छात्र पार्क बीच
कहीं भी सूरजताल कब करें या तो सुबह या
फिर शाम ध्यान रखें आपको सूर्य की रोशनी
चाहिए गर्मी नहीं सुबह शाम सूरज स्नान के
लिए सबसे अच्छा समय है कि इस समय सूरज तेज
नहीं होता दोपहर की कड़कती धूप में
सूरजताल नहीं करना वह फायदे की जगह नुकसान
करेगा सिर्फ सुबह शाम को ही करें सुशांत
कितनी देर करें करीब 30 मिनट पहले 15 मिनट
15 मिनट अपने पीछे के पूरे शरीर को जैसे
दीजिए और वापस अंदर आ जाइए आपको सुल्तान
है या आपकी लाइफ स्टाइल का एक हिस्सा होना
चाहिए सूर्य स्नान करते समय जे पहिने कम
स्किन को मिल सके पहनने ही है तो पतले
फायदा नहीं और हां ग्लास या कांच के आगे
कोई फायदा नहीं हमेशा खुली हवा में बाहर
जाकर संतरे करें ताकि आपको फुल स्पेक्ट्रम
सनलाइट मिले सूरजभान करते समय सूर्यदेव को
धन्यवाद भोले वही है जो हमारा इलाज करने
की शक्ति भेज रहे हैं वह नहीं होंगे धरती
पर तो कुछ भी नहीं होंगे का कोई पेट कोई
फर्क कोई सब्जी नहीं होगी वही है जो
एनर्जी बैठते हैं सूर्या में बस देते ही
सोचें कि इन वेडिंग तो टैनिंग हो जाएगी
लेकिन चिंता ना करें सुबह और शाम की
है बहुत हल्की होती है जिससे इतनी टैनिंग
नहीं होती आपको फिर भी दिक्कत हो तो अपना
सर कपड़े से ढ़क लेयर बाकी शरीर को रोशनी
दिखाए याद रखें कि सनस्क्रीम कबीना
लेवल पढ़िए अब सचमुच अपनी स्किन के पोर्स
के पोर्स सूर्य की गर्माहट के संपर्क में
आने पर खुल जाते हैं सूर्य के भारी दबाव
के कारण यह केमिकल त्वचा की गहराई तक अंदर
जाते हैं वह सूर्य नहीं जहां में कैंसर
देते हैं लेकिन संस्कृत में मौजूद सारे
केमिकल है जो हमें कैंसर देते हैं तेज
कपड़ों का उपयोग कीजिए अपने सर को कपड़े
से ढ़क लें अपनी सुरक्षा केमिकल की जगह
समाज में यह डर को डालती हैं यदि है
करें हमारे पूर्वज यह खोल चीज नहीं लगाते
थे और बहुत स्पष्ट जिंदगी जीते थे को
दूसरे स्तन करने के साथ-साथ आप दस से
गंदी हवा देने पर एक्साइज करें सूर्य
नमस्कार करें ताकि आपको एक बार सूर्य की
रोशनी को अपने घर आफिस में प्रवेश करने
अपने खिड़कियां खोलिए अपने पर देखो लिए
आपका घर का एनवायरनमेंट एकदम सिर्फ बहुत
का बहुत गहरा संबंध है रोज सूर्य स्नान
करने से आपका मन खुश रहने लगेगा आपको काम
प्राइमरी दादा अच्छे से ध्यान लगा पायेंगे
ज्यादा हमारी हड्डियों के लिए होता है जब
हमारे शरीर को सूर्य की रोशनी नहीं मिलती
है और कमजोर होने लगते हैं रो सूरज स्नान
से हमारी हड्डियां वापस कठोर टर्निंग
मजबूत होती है अगर आपके घुटनों में दर्द
रहता है तो अपने पूरे शरीर के साथ अपने
घुटनों को भी धूप दिखाएं और कुछ ही दिनों
में आपको फर्क महसूस होने लगेगा अगर आपके
शरीर का कोई भी हिस्सा बीच ग्रेट हो गया
है तो सूर्य स्नान करने से बुरी जेनरेट
का दर्द है तो पूरी पीठ को रोज खूब दिखाए
जाएगा जो का महंगे-महंगे टैबलेट नहीं कर
पाती वह आपकी सूर्य की रोशनी कर देती है
कोई सप्लिमेंट या गोली लेने की जरूरत नहीं
आपके शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी कर
सकें सूर्य की रोशनी एक ऐसी चीज नहीं है
जो आप एक
कि उन्हें पकड़कर निगल सकें आपको इस चीज
चाहिए असली धूप और आपके शरीर की सारी
कमियां सारी डिफिसिएंसीज अपने आप दूर हो
जरूर ध्यान रखें ऐसा करने से आपकी जठर
एसिडिटी आईएस अलसो सर्च से ठीक हो जाएंगे
टॉपिक पर आते हैं और वह सूर्य दर्शन यानी
संघ के सिंह
कि हम गिविंग एक ऐसी प्रैक्टिस है तो बहुत
पहले से चली आ रही है संगीत सिंह का मतलब
है रोजाना लगभग 15 मिनट के लिए हल्के सूरज
को देख ना मां प्रकृति की शरीर को दी गई
सबसे खास दिन हमारा ब्रेन है प्रकृति ने
इस ट्रेन को जन्म सही इनफाइनाइट पपीते के
बीजों है लेकिन हमारा प्रिंस सोया रहता है
और हम इसका सिर्फ दो से तीन परसेंट उपयोग
लेकिन चुकी इसको सूर्य की रोशनी नहीं मिल
पाती सूर्य की रोशनी ब्रेन के लिए
ग्रीन को यह इलेक्ट्रिसिटी मिल जाए तो यह
चमत्कार कर सकता है तो सूर्य की रोशनी
सबसे तेज प्रिंस तक कैसे पहुंचती है हमारी
ही एक हिस्सा है मेडिकल डॉक्टर भी बताते
विंडो आफ थे ब्रेन अगस्त
किस सोई हुई शक्तियां धीरे-धीरे एक्टिवेट
में स धीमहि धियो यो न प्रचोदयात् का मतलब
हे सूर्यदेव हमारे सोए हुए मस्तिष्क को
जगह तो संजय सिंह कैसे करें आपको आंखों से
सूर्य को देखना है बहुत आसान है जिस तरफ
टीवी का दर्शन करते हैं उसी तरह अब आपको
चश्मे या कांटेक्ट लेंस नहीं पहनने संजय
सूर्य उदय के पहले 1 घंटे के दौरान या फिर
शाम को सूर्यास्त से पहले 1 घंटे के दौरान
फर्स्ट आवर ऑप्शन और लास्ट आवर और किसान
इस समय कोई अल्ट्रावॉयलेट रेज नहीं होती
दोपहर में जब सूर्य बहुत स्ट्रोंग हो तब
संग सिंह बिल्कुल नहीं करनी ह
20 मिनट कुछ समय बाद आप महसूस करेंगे कि
किसी दिन सुबह आपकी संग मिस हो जाए तो आप
शाम को कर सकते हैं यदि संभव हो तो संगीत
सिंह के समय सीधा खड़े रहे नंगे पैर जमीन
पर इसको और ठीक कहते हैं वर्षों की धूप उस
जमीन में फांसी होती है जो आपके पैरों के
थ्रू पूरे शरीर में ट्रांसफर होती है
आंखों पर आपकी आंखों की दृष्टि बढ़ जाएगी
अब टेस्ट करवा लीजिए आपका प्रिसक्रिप्शन
चेंज हो जाएगा और आपको अपने चश्मे उसी
हिसाब फिर बदलने होंगे आप पुराने चेकों के
साथ जारी ना रखें टाइट रेट्स नियर साइट पर
साइट न देखने की मुश्किल माइग्रेटेड सब
कुछ गायब हो जाएगा आजकल साइंटिस्ट के
द्वारा इतनी सारी किताबे लिखी गई है बैटल
पेड़ों में एक पूरी उपनिषद है जिसका लाभ
चक्षु निश्चल इसमें बताया है कि चक्षु के
रोगों को दूर करने वाले भगवान सूर्यदेव है
तो दूसरा फायदा यह होगा क्या कि कौन सी
इंप्रेशन यानि धान लगाने की क्षमता बहुत
बढ़ जाएगी जो सूर्य हम सिर्फ फोटोस करके
एनर्जी आती है वह एनर्जी आपकी आंख से आपके
न्यूरॉन्स को एक्टिवेट करेगी बुद्धि
आईडीएचयू बढ़ जाता है आपका मन कंट्रोल में
आएगा दादा स्थिर होगा फिर क्या होगा सूर्य
की ऊर्जा पीनियल ग्लैंड को मिलेगी जिसको
तीसरी आंख के अंदर हमारी इंट्यूशन पावर
तीसरी आंख खुलती है और इनट्यूशन बढ़ जाएगी
यह जो सूर्य है यह लाइट है जैसे-जैसे अब
लाइट लेते रहे
और हमेशा पॉजिटिव महसूस करेंगे एक्टिविटी
जाने लगेगी आप के मानसिक स्वास्थ्य में
बदलाव आने लगेगा देखिए सूर्य की रोशनी
एनर्जी है हमारा भोजन है जब हम खाने के
फल सब्जियां और अनाज जाता है ना लेकिन
थोड़ी गहराई में सोच हमारे खाने का आम तौर
सोर्स है एवं फलों को खाते हैं तो हमारे
अंदर उसकी हो जाती है और हमें जीवन देती
है तो संज्ञान करने से आपको एनर्जी का
रोशनी भोजन का सबसे डायरेक्ट फ्रॉम 3
महीने तक संघर्ष करते रहेंगे और जे
कि अब सूरज से अधिक एनर्जी लेते रहेंगे
वैसे वैसे आपकी भूख कम होती रहेगी चुकी अब
सामान्य भोजन के बदले आपको सूर्य से भोजन
बात अंदर पिछली वीडियोस में की थी वह बहुत
आसान हो जाएगा अतिरिक्त बींस मिटने लगी जब
3 महीने लगातार संघर्ष करते रहेंगे तो कोई
का एपिसल आफ का जैसे ही आप सूर्य के साथ